
एप्पल के सबसे बड़े हार्डवेयर लॉन्च का समय बस कुछ ही हफ्ते दूर है, और उम्मीद की जा रही है कि नए iPhone 17 सीरीज़ को सितंबर के दूसरे सप्ताह में पेश किया जाएगा। लॉन्च से पहले ही नए डिवाइस के बारे में कई लीक और अफवाहें सामने आ चुकी हैं। इस साल चारों मॉडल्स में कुछ रोमांचक बदलावों की उम्मीद है, लेकिन माना जा रहा है कि इस साल का सबसे बड़ा आकर्षण स्टैंडर्ड आईफोन 17 मॉडल होगा, जो दशकों में सबसे दमदार स्टैंडर्ड आईफोन साबित हो सकता है।
आइए अब तक डिवाइस के बारे में सामने आई सभी जानकारियों पर एक नज़र डालते हैं।
डिस्प्ले में अब तक का सबसे बड़ा सुधार
पिछले साल के स्टैंडर्ड iPhone 16 मॉडल की सबसे बड़ी शिकायत उसकी 60Hz डिस्प्ले थी, जबकि बजट और मिड-रेंज फोन में भी 120Hz डिस्प्ले आम हो चुकी है। अगर लीक पर विश्वास किया जाए, तो एप्पल इस बार इन शिकायतों को दूर करने के लिए पूरी तरह तैयार है। iPhone 17 में 6.1-इंच के बजाय 6.3-इंच का बड़ा डिस्प्ले होने की उम्मीद है, और इसमें iPhone 16 Pro मॉडल वाले पैनल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
iPhone 17 में LTPO OLED प्रोमोशन 120Hz डिस्प्ले हो सकता है, जिसका मतलब है कि यह डिवाइस पर चल रहे काम के आधार पर 1Hz से 120Hz के बीच रिफ्रेश रेट को बदल सकेगा। पिछली पीढ़ी की तुलना में, iPhone 17 की ब्राइटनेस और डिस्प्ले की उम्र में 30 प्रतिशत की वृद्धि भी देखने को मिल सकती है।
प्रोसेसर और परफॉरमेंस
उम्मीद है कि iPhone 17 को नए A19 चिपसेट से लैस किया जाएगा, जो TSMC की 3nm प्रक्रिया पर आधारित होगा। यह A18 सिलिकॉन की तुलना में बेहतर प्रदर्शन और बिजली की कम खपत प्रदान करेगा। फोन में 8GB रैम बने रहने की संभावना है, जो Apple Intelligence से जुड़े कार्यों को चलाने के लिए न्यूनतम आवश्यकता है। वहीं, इस साल iPhone 17 Pro लाइनअप में 12GB रैम दिए जाने की उम्मीद है।
डिज़ाइन और कलर विकल्प
हालांकि अन्य iPhone 17 मॉडलों में बड़े डिज़ाइन परिवर्तन होंगे, लेकिन स्टैंडर्ड iPhone 17 में ज़्यादा बदलाव की संभावना नहीं है। इसमें पीछे की तरफ ड्यूल-कैमरा सेटअप के साथ वही पिल-शेप का कैमरा लेआउट बरकरार रह सकता है। कलर विकल्पों की बात करें तो, iPhone 17 को ब्लैक, व्हाइट, स्टील ग्रे, ग्रीन और पर्पल फिनिश में पेश किया जा सकता है।
पूरी तरह से ‘मेड इन इंडिया’ होगा आईफोन 17
इस साल एप्पल ने भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। आगामी iPhone 17 सीरीज़ के सभी मॉडल, जिसमें हाई-एंड प्रो संस्करण भी शामिल हैं, शुरुआत से ही भारत में असेंबल किए जाएंगे। यह पहली बार है जब कंपनी भारत में हर नए आईफोन वैरिएंट का उत्पादन करेगी। इस कदम को चीन पर अपनी निर्भरता कम करने और अमेरिकी टैरिफ के जोखिमों से खुद को बचाने की रणनीति के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है।
भारत में उत्पादन का विस्तार
सूत्रों के अनुसार, एप्पल ने iPhone 17 का उत्पादन पांच स्थानीय कारखानों में फैला दिया है, जिनमें से दो ने हाल ही में काम शुरू किया है। हालांकि, सूत्रों ने पुष्टि की है कि कंपनी ‘प्रो’ मॉडल की कम यूनिट्स का निर्माण करेगी। टाटा समूह का तमिलनाडु के होसुर में नया प्लांट और बेंगलुरु हवाई अड्डे के पास फॉक्सकॉन का बड़ा नया हब इस विस्तार के केंद्र में हैं। टाटा, जो तेजी से एप्पल के प्रमुख भागीदारों में से एक के रूप में उभरा है, अगले दो वर्षों के भीतर भारत के लगभग आधे आईफोन उत्पादन को संभालने की उम्मीद है।
उत्पादन और निर्यात के बढ़ते आंकड़े
फॉक्सकॉन ने बेंगलुरु के पास देवनहल्ली में अपनी 2.8 बिलियन डॉलर की नई फैसिलिटी में iPhone 17 यूनिट्स का उत्पादन शुरू कर दिया है। यह प्लांट चीन के बाहर फॉक्सकॉन का दूसरा सबसे बड़ा आईफोन कारखाना है। भारत पर एप्पल का दांव पहले ही रंग लाने लगा है। इस साल अप्रैल और जुलाई के बीच, भारत से 7.5 बिलियन डॉलर के आईफोन का निर्यात किया गया, जबकि पिछले पूरे वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा 17 बिलियन डॉलर था।
मार्च में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में, एप्पल ने भारत में लगभग 22 बिलियन डॉलर के आईफोन असेंबल किए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 60 प्रतिशत की भारी छलांग है। उम्मीद है कि इस साल एप्पल उत्पादन को बढ़ाकर 60 मिलियन आईफोन तक ले जाएगा, जबकि 2024-25 में यह लगभग 35-40 मिलियन था।
वैश्विक बाज़ार पर भारत का प्रभाव
एप्पल के सीईओ टिम कुक ने हाल ही में कंपनी की सप्लाई चेन में भारत की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने जुलाई की एक अर्निंग कॉल के दौरान खुलासा किया कि जून 2025 में अमेरिका में बेचे गए अधिकांश आईफोन भारत में बने थे। विश्लेषकों का कहना है कि एप्पल के इस कदम ने भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित किया है। भारत के अपने स्मार्टफोन बाजार में भी एप्पल की उपस्थिति लगातार बढ़ रही है। 2025 की पहली छमाही में शिपमेंट 21.5 प्रतिशत बढ़कर 5.9 मिलियन यूनिट हो गया, जिसमें iPhone 16 सबसे ज़्यादा बिकने वाला मॉडल रहा।