
टेक्नोलॉजी की दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर बड़ी घोषणाएं कर रहा है। कंपनी न केवल अपने AI असिस्टेंट कोपायलट (Copilot) को सैमसंग के नए स्मार्ट टीवी और मॉनिटर्स तक पहुँचा रही है, बल्कि OpenAI के GPT और गूगल के जेमिनी (Gemini) जैसे मॉडल्स को टक्कर देने के लिए अपने खुद के AI मॉडल्स भी विकसित कर रही है। यह दोहरी रणनीति AI के क्षेत्र में माइक्रोसॉफ्ट के बढ़ते दबदबे को दर्शाती है।
सैमसंग टीवी और मॉनिटर्स में अब कोपायलट का अनुभव
माइक्रोसॉफ्ट ने सैमसंग के साथ एक नई साझेदारी की घोषणा की है, जिसके तहत उसके शक्तिशाली AI असिस्टेंट कोपायलट को सैमसंग की 2025 की AI-संचालित टीवी और स्मार्ट मॉनिटर्स की रेंज में एकीकृत किया जाएगा। इस साझेदारी का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को उनके घर की सबसे बड़ी स्क्रीन पर एक अधिक व्यक्तिगत और सहज अनुभव प्रदान करना है।
इस इंटीग्रेशन के बाद, उपयोगकर्ता केवल एक साधारण वॉयस कमांड या रिमोट के एक क्लिक से सीधे अपने टीवी पर कोपायलट का उपयोग कर सकेंगे। इससे जानकारी खोजना, कंटेंट के बारे में जानना या कोई भी कार्य करना पहले से कहीं ज़्यादा आसान हो जाएगा। उदाहरण के लिए, दर्शक किसी फिल्म के बारे में तुरंत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, अभिनेताओं के बारे में पूछ सकते हैं, या किसी विदेशी भाषा को सीखने में भी मदद ले सकते हैं।
यह सुविधा सैमसंग के Tizen OS होम स्क्रीन पर उपलब्ध होगी और सैमसंग के लाइफस्टाइल हब, Samsung Daily+ में भी इसे शामिल किया जाएगा। सैमसंग ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह अपने मौजूदा असिस्टेंट बिक्सबी (Bixby) को भी अपडेट करना जारी रखेगा। कोपायलट का इंटीग्रेशन 2025 के नए मॉडलों जैसे कि Micro RGB, Neo QLED, OLED, और स्मार्ट मॉनिटर्स M7, M8, M9 में उपलब्ध होगा। माइक्रोसॉफ्ट और सैमसंग के बीच यह पहली साझेदारी नहीं है; इससे पहले भी दोनों कंपनियों ने गैलेक्सी डिवाइस पर विंडोज और ऑफिस तथा सैमसंग टीवी पर Xbox क्लाउड गेमिंग लाने के लिए मिलकर काम किया है।
माइक्रोसॉफ्ट के अपने AI मॉडल: GPT और जेमिनी को टक्कर
कोपायलट के विस्तार के साथ-साथ, माइक्रोसॉफ्ट AI की दुनिया में एक स्वतंत्र खिलाड़ी बनने की तैयारी भी कर रहा है। कंपनी ने अपने दो नए इन-हाउस AI मॉडल्स जारी किए हैं: MAI-Voice-1 और MAI-1-preview। यह पहली बार है जब माइक्रोसॉफ्ट ने पूरी तरह से अपने द्वारा प्रशिक्षित किए गए AI मॉडल्स को पेश किया है।
MAI-Voice-1 एक स्पीच जनरेशन मॉडल है जो प्राकृतिक और सजीव आवाज उत्पन्न कर सकता है, और इसका उपयोग पहले से ही कोपायलट के कुछ फीचर्स में किया जा रहा है। वहीं, MAI-1-preview एक टेक्स्ट-आधारित फाउंडेशनल मॉडल है, जिसे सार्वजनिक परीक्षण के लिए उपलब्ध कराया गया है।
माइक्रोसॉफ्ट AI डिवीजन के प्रमुख मुस्तफा सुलेमान के अनुसार, इन मॉडलों को कुशलता और लागत-प्रभावशीलता पर ध्यान केंद्रित करते हुए विकसित किया गया है। उदाहरण के लिए, MAI-1-preview को लगभग 15,000 Nvidia H-100 GPUs पर प्रशिक्षित किया गया, जबकि xAI के Grok जैसे अन्य मॉडलों को 100,000 से अधिक चिप्स की आवश्यकता पड़ी थी।
माइक्रोसॉफ्ट की दोहरी AI रणनीति और भविष्य की दिशा
OpenAI में अरबों डॉलर का निवेश करने के बावजूद, अपने मॉडल्स बनाने का यह कदम दर्शाता है कि माइक्रोसॉफ्ट इस क्षेत्र में एक स्वतंत्र प्रतियोगी बनना चाहता है। यह कंपनी को OpenAI पर अपनी निर्भरता कम करने में मदद करेगा। कंपनी के पास अगले पांच वर्षों के लिए एक बड़ा रोडमैप है और वह AI के विकास में लगातार निवेश कर रही है।
एक तरफ, सैमसंग के साथ साझेदारी के माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट अपने मौजूदा AI टूल (जो मुख्य रूप से OpenAI की तकनीक पर आधारित हैं) को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा रहा है। दूसरी तरफ, वह अपनी खुद की शक्तिशाली AI तकनीक विकसित कर रहा है ताकि भविष्य में वह इस क्षेत्र का नेतृत्व कर सके। माइक्रोसॉफ्ट का मानना है कि अलग-अलग यूजर की जरूरतों को पूरा करने वाले विशेष मॉडलों का एक साथ उपयोग करने से भविष्य में अपार संभावनाएं खुलेंगी।